आज के इस आर्टिकल में हमने आपको 105+ फनी न्यू ईयर शायरी इन हिंदी Funny New Year Shayari 2024 In Hindi बताई है जो कि बहुत ही ज्यादा बेहतरीन और लाजवाब शायरी है। दोस्तों अगर इस वर्ष आप भी अपने दोस्तों को फनी शायरी के द्वारा हंसते हुए नए साल की मुबारकबाद देना चाहते हैं लेकिन आपको नए साल की मुबारकबाद देने वाली फनी शायरी नहीं मिल रही है और आपको गूगल पर यही ढूंढ रहे हैं लेकिन आपको नहीं मिल रही है तो अब आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है क्योंकि आज आप बिल्कुल सही आर्टिकल पर पहुंचे हैं।
Funny New Year Shayari 2024 In Hindi
चूहा निकला बिल से,
हैप्पी न्यू ईयर दिल से।
मोहब्बत के चर्चे बहुत हैं यारों,
हुस्न के पर्चे बहुत है यारों।
मोहब्बत करने से पहले सोच लेना,
क्योंकि नए साल पे खर्चे बहुत है यारों।
Funny New Year Shayari 2024 In Hindi
आज कुछ शर्माए से लगते हो,
सर्दी के कारण कपकपाए से लगते हो।
चेहरा आपका खिलखिलाये सा लगता है,
न्यू ईयर पे नहाए से लगते हो।
नए साल पर मुस्कुराना तो एक अदा है,
जो उसे प्यार समझे वो सबसे बड़ा गधा है।
इश्क़ में ये अंजाम पाया है,
हाथ पैर टूटे मुँह से खून आया है।
हॉस्पिटल पहुंचे तो नर्स ने फ़रमाया,
बहारों फूल बरसाओ किसी का आशिक़ आया है।
हमने तो चारो तरफ पढ़ाई का माहौल बनाया है,
लेकिन फिर भी एग्जाम में अंडा ही आया है।
हम तो यूँ ही चल देते हैं बिना मुंह धोये ही एग्जाम में,
साले दोस्त कहते हैं ये तो बहुत पड़के आया है।
मत ढूँढ़ो मुझे दुनिया की तन्हाई में,
ठंड बहुत है मैं यही हूँ अपनी रज़ाई में।
जब हम उनके घर गए कहने दिल से दिल लगा लो,
उनकी माँ ने खोला दरवाजा।
हम घवरा के बोले,
आंटी नए साल की हार्दिक शुबकामनाएं।
कुछ बोलूं तो इतराते बहुत हो,
जानेमन तुम मुस्कुराते बहुत हो।
मन करता है तुम्हे नए साल की दावत पर बुलाऊँ,
लेकिन जानेमन तुम खाते बहुत हो।
जब तिरछी नजरों से उन्होंने हमको देखा तो हम मदहोश हो गए,
जब पता लगा उनकी नज़रें ही तिरछी हैं तो हम बेहोश हो गए।
नजर न लग जाये आँखों में काजल लगा लो,
हम कहते हैं आँखों में काजल ही नहीं हो सके तो,
नए साल की ख़ुशी में गले में नीबू मिर्ची चप्पल भी लटका लो।
फिजाओं के बदलने का इंतज़ार मत कर,
आँधियों के रुकने का इंतज़ार मत कर।
पकड़ किसी को और फरार हो जा,
नए साल पे शादी होगी इस बात का इंतज़ार मत कर।
और भी चीजें बहुत सी लुट चुकी है दिल के साथ,
ये बताया दोस्तों ने इश्क फरमाने के बाद।
इसलिए न्यू ईयर की पार्टी की एक एक चीज़ चेक करता हूँ,
एक तेरे आने से पहले एक तेरे जाने के बाद।
मीठी मीठी यादों को पलकों पे सजा लेना,
साथ गुज़रे लम्हों को दिल में बसा लेना।
मैं तो बरसों का प्यासा हूँ फराज़,
नए साल की पार्टी में मोटर चला देना।
मेरी ख़ुशी के लम्हे इस कदर मुख़्तसर हैं फ़राज़,
अभी नए साल का मुजरा शुरू ही हुआ था कि छापा पड़ गया।
आलू सड़े-सड़े टमाटर सड़े-सड़े,
हैप्पी न्यू ईयर आपको रजाई में पड़े पड़े।
Funny New Year Shayari in hindi
इस दुनिया में लाखों लोग रहते हैं,
कोई हँसता है तो कोई रोता है।
पर सबसे सुखी वही होता है,
जो नए साल पर पहले ही दिन दो पैग मार के सोता है।
मैंने कहा दिलरुबा उसने कहा पैसे दिखा,
मैं बोला पैसा नहीं है उसने कहा कैसे नहीं है।
मैंने कहा न्यू ईयर पे पार्टी नहीं दूंगा बहुत महंगाई है,
उसने कहा जा फिर तू मेरा भाई है।
किस किस का नाम लें अपनी बरबादी में,
बहुत लोग आये थे दुआएं देने नए साल की बधाई में।
दोस्ती बुरी हो तो होने उसे मत दो,
अगर हो गयी तो उसे खोने मत दो।
और अगर दोस्त हो सबसे प्यारा तो,
उसे न्यू ईयर की रात सोने मत दो।
फिजा में महकती शाम हो तुम,
प्यार का पहला जाम हो तुम।
और क्या कहें सनम तेरे बारे में,
इस साल के खर्चे का दूसरा नाम हो तुम।
काला न कहो मेरे महबूब को,
काला न कहो मेरे महबूब को।
खुदा तो तिल ही बना रहा था,
स्याही का प्याला लुढ़क गया।
पहली नजर में लगा वो मेरी है,
आँखें उसकी झील सी गहरी हैं।
पार्टी दे देके थक गए हम,
न्यू ईयर की पार्टी पर पता चला वो तो बहरी है।
यारो मेरे मरने के बाद आँसू मत बहाना,
ज़्यादा याद आए तो नए साल पर मेरी कबर के ऊपर सुट्टा रख आना।
जब सफेद साड़ी पे लाल बिंदी लगाती हो,
कसम से एम्बुलेंस नजर आती हो।
वो तो घायलों को लेकर जाती है,
और तुम नए साल की पार्टी पर हमें घायल कर के जाती हो।
नये साल की पार्टी में एक लफड़ा हो गया,
मजनू इतना नाचा कि लँगड़ा हो गया।
कैसे मुमकिन था किसी दवा से इलाज़ ग़ालिब,
नए साल पर पार्टी देने का रोग था माँ की चप्पल से ही आराम आया।
जिनके घर शीशे नहीं होते हैं,
वो तो नए साल पर ही दाढ़ी बनवाते हैं।
न तू नए साल की पार्टी में आती न मैं दीवाना होता,
न तू आँख मारती न मैं काना होता।
10 BestFunny New Year Shayari
दोस्त रूठे तो रब रूठे फिर रूठे तो जग छूटे,
अगर फिर रूठे तो दिल टूटे।
और अगर फिर नए साल पर पार्टी देने को मना करे,
तो निकाल डंडा मार साले को जब तक डंडा न टूटे।
नींद आती है तो एक ख्वाब आता है,
ख्वाब में एक लड़की आती है।
और पीछे उसका बाप आता है,
फिर क्या फिर न नींद आती है न ख्वाब आता है।
आँखों में आँसू चेहरे पर हँसी है,
साँसों में आहें दिल में बेबसी है।
पहले क्यों नहीं बताया यार कि,
नए साल की पार्टी घुटाले में फँसी है।
जवानी के दिन चमकीले हो गए,
हुस्न के तेवर नुकीले हो गए।
हम इज़हार करने में रह गए,
उधर उनके नये साल पर हाथ पीले हो गए।
नए साल की पार्टी वाले इश्क की हम तुम्हें क्या बताएं किस कदर चोट खाए हुए हैं,
मारा था बाप ने कल उसके आज फिर भाई आये हुए हैं।
आपकी सूरत मेरे दिल में ऐसे बस गयी है,
जैसे नए साल की पार्टी में दारु मिल गयी है।
नए साल की पार्टी कही नहीं मिलेगी सब धोखा है,
पढ़ाई कर लो बेटा अभी मौका है।
आशिक पागल हो जाते हैं प्यार में,
बाकी कसर पूरी हो जाती है इंतज़ार में।
मगर ये दिलरुबा नहीं समझती,
वो तो नए साल की पार्टी का लालच है आज के टाइम में।
नज़रें मिली तो बेख्याल हो गए,
नज़रें झुकी तो सवाल हो गए।
और इतना घुमाया उसे नए साल की ख़ुशी में,
शॉपिंग कराते कराते कंगाल हो गए।
ना तलवार की धार से ना गोलियों की बौछार से,
बंदा डरता है तो सिर्फ नए साल की पार्टी की मार से।
ताज महल क्या चीज है हम इससे भी अच्छी इमारत बनवा देंगे,
शाहजहां ने मुमताज़ को मुर्दा दफनाया था हम नये साल पर तुझे ज़िंदा ही दफना देंगे।
ये नए साल का दिन बहुत तड़पाता है,
वो बस मुझे ही दिल से चाहता है।
लेकिन वो मिलने आए भी तो कैसे,
उसके पास न अच्छे कपडे हैं और न पैसा है।
हम ने तुम्हारी याद में रो-रो के टब भर दिए,
तुम इतने बेवफा निकले कि नए साल की पार्टी में उसी से नहाकर चल दिए।
इस दुनिया में लाखों लोग रहते हैं,
कोई हँसता है तो कोई रोता है।
पर सबसे सुखी वही होता है,
जो नये साल की रात दो पैग मार के सोता है।
ज़िन्दगी में सदा मुस्कराते रहो,
फासले कम करो दिल से दिल मिलाते रहो।
दर्द कैसा भी हो कोई ग़म न करो,
आयोडेक्स खरीदो और लगाते रहो।
उसी दिन से व्हाट्सएप्प से नफरत हो गयी ग़ालिब,
जब नए साल की पार्टी के लिए एडमिन ने चंदा माँग लिया।
दिल में कोई गम नहीं बातों में कोई दम नहीं,
ये नए साल की पार्टी है नवाबों की यहाँ कोई किसी से कम नहीं।
हमारी किस्मत ही कुछ ऐसी निकली ग़ालिब,
नए साल पे पार्टी भी मिली तो दारु नहीं मिली।
न छेड़ा करो बात बात पे एडमिन को यारो,
नए साल पर उसकी बेईज्जती खराब होती है।
किस किस का नाम लें अपनी बरबादी में,
बहुत लोग आये थे दुआएं देने नए साल की पार्टी में।
नये साल पर गर्लफ्रेंड बनाने वाले क्यों फटे में पैर फँसाया,
बाजार में दूध क्या कम था जो भैंस खरीद के लाया।
बीवी भी हक जताती है माँ भी हक जताती है,
नये साल पर आदमी कश्मीर हो जाता है।
माफ़ करो परमेश्वर ये भारी भूल हमारी है,
नये साल पर जिसको गर्लफ्रेंड बनाया वो तो निर्धन नारी है।
अगर जल्दबाजी में शादी करके जीवन बिगाड़ लोगे,
सोच समझ कर करोगे तो कौन सा तीर मार लोगे।
कुछ ऐसे हादसे भी होते है जिंदगी में दोस्त,
हजार का नोट रखने वाले नये साल पर हमसे पार्टी मांगते हैं।
नये साल की पार्टी का एक ये भी असर नजर आया,
वो बेवफा फिर से मेरे दर पे नजर आया।
जिस नजाकत से तू मुझसे मिलने आई है,
यकीनन तुझे नए साल पर शोपिंग करने की छाई है।
हम वफ़ा करने जाते है हमसे जफा हो जाती है,
कालाधन रूठ जाता है सोनम बेवफा हो जाती है।
आज वो फिर से मेरे दर पे नजर आये,
लगता है नोट-बंदी ने उनमें वफ़ा जगा दी।
यूँ भी तो हादसों से गुजर रही थी जिंदगी,
उसपे हजार-पाँच सौ के नोट बंद हो गए।
बदलबा दे मेरे पुराने नोट ग़ालिब,
या वो जगह बता जहाँ पर कतार न हो।
वो बरसों बाद मिले भी तो बैंक की लाईन में,
अब हम नोट बदलते कि मोहब्बत करते।
उम्र-ए-दराज से मांगकर लाये थे चार दिन,
दो कमाने में कट गए, दो बदलवाने में।
दोस्ती बुरी हो तो होने उसे मत दो,
अगर हो गयी तो उसे खोने मत दो।
और अगर दोस्त हो सबसे प्यारा तो,
उसे चैन की नींद सोने मत दो।
रंग और नूर से भरी शाम हो आपकी,
चाँद सितारों से ज्यादा शान हो आपकी।
इस ज़िन्दगी में बस एक ही आरजू है हमारी,
कि बंदर से ऊँची छलांग हो आपकी।
मेरा दोस्त मुझसे यह कह कर दूर चला गया फ़राज़,
कि दोस्ती दूर की अच्छी रोटी तंदूर की अच्छी।
जरा से देर के लिए चारपाई पे लेटे थे फ़राज़,
मगर किसी उल्लू के पट्ठे ने जनाजा पढ़ दिया।
वो मिला तो कहता था कि पायलट बनूँगा फ़राज़,
हालत ऐसी है की मक्खी भी उड़ाई नहीं जाती।
मुझे रात भर यह बात सोने नहीं देती फ़राज़,
कि जिंदगी चार दिन की है तो नेट-पैक एक महीने का क्यूँ।
किसी का झूठा खाने से मोहब्बत बढ़ती है फ़राज़,
यह कह कर वो मेरा सारा हलवा खा गया।
एक लाइन में खड़े हो गए महमूद और अयाज़,
और दोनों के जूते लेकर भाग गया फ़राज़।
हर आहट पर जान निकल जाती है फ़राज़,
ये पब्लिक टॉयलेट में कुण्डी क्यूँ नहीं होती।
वो मुझसे कहती रही मान जाओ फ़राज़,
लेकिन मैं क्या करता मैं तो हूँ अयाज़।
मैं खुद भी उसे भुलाना चाहता हूँ फ़राज़,
पर मम्मी रोज सुबह पाँच बादाम खिला देती हैं।
कभी कभी लेट कर मैं सोचता हूँ फ़राज़,
अगर बैठ कर सोचूंगा तो क्या उखाड़ लूँगा।
वो मुझसे मेरे प्यार का हिसाब चाहती है फ़राज़,
जो खुद मैट्रिक में नक़ल मार के पास हुयी थी।
आज वो मुझे देखकर बहुत हँस रही थी फ़राज़,
उसके जाने के बाद पता चला कि मेरी ज़िप खुली थी।
हमारी जिंदगी तो अंधेरों में गुजरती है फ़राज़,
वो और लोग हैं जो इन्वर्टर लगा लेते हैं।
इस कब्र में भी हमको सुकून नसीब नहीं फ़राज़,
रोज फ़रिश्ते आ के कहते हैं एक नया शेर हो जाये।
गाय दूध देती है लात मारकर,
हैप्पी न्यू ईयर आपको आंख मारकर।
उनसे कह दो वोह मुझे पागल न कहें फ़राज़,
मम्मी कहती हैं जो कहता है वो खुद होता है।
अब तो दुनिया वालों पे बिल्कुल यकीन न करना फ़राज़,
एक बेवफा हमको चाइना का बकरा कह के कुत्ता बेच गया।
मेरी ख़ुशी के लम्हें किस कदर मुख़्तसर हैं फ़राज़,
अभी मुजरा शुरू ही हुआ था कि छापा पड़ गया।
अब तो बेगैरतें इस कदर बढ़ गयीं हैं फ़राज़,
शेर किसी और का होता है नाम मेरा ठोंक देते हैं।
अब तो वो चाकू ले के मेरे पीछे पड़ा है फ़राज़,
जिससे कह दिया दिल चीर के देख तेरा ही नाम होगा।
इश्क को सर का दर्द कहने वाले सुन,
हमने तो ये दर्द अपने सर ले लिया।
हमारी निगाहों से बचकर वो कहाँ जायेंगे,
हमने उनके मोहल्ले में ही घर ले लिया।
प्यार-मोहब्बत की बस इतनी सी कहानी है,
इक टूटी हुई कश्ती और ठहरा हुआ पानी है।
इक फूल जो किताबों में कहीं दम तोड़ चुका है,
कुछ याद नहीं आता किसकी निशानी है।
शादी करनी थी पर किस्मत खुलती नहीं,
ताज बनाना था पर मुमताज मिलती नहीं।
एक दिन किस्मत खुली और शादी हो गई,
अब ताज बनाना है पर मुमताज मरती नहीं।
तेरे इश्क का बुखार है मुझको,
और हर चीज खाने की मनाही है।
एक इश्क के हकीम ने सिर्फ,
तेरे चमन की मौसमी बताई है।
उसने जिस जिस जगह रखे कदम हमने वो हर जमीन चूम ली,
और वो बेवफा नए साल के पहले ही दिन घर आकर कहती है आपका लड़का मिट्टी खाता है।
जब तू होती थी मेरी ज़िन्दगी में तो तेरे मेरे इश्क के चर्चे बहुत थे,
अच्छा ही हुआ ज़िन्दगी से चली गयी तू क्योंकि हर नये साल पर तेरे खर्चे बहुत थे।
हम दिलफेक आशिक़ हर काम में कमाल कर दे,
जो वादा करे वो पूरा हर हाल में कर दे।
क्या जरुरत है लड़कियों को लिपस्टिक लगाकर नये साल की पार्टी में जाने की,
हम नये साल के पहले दिन ही चूम-चूम के ही होंठ लाल कर दें।
चली जाती है वो ब्यूटी पार्लर में यूं,
उनका मकसद है मिशाल-ए-हूर हो जाना।
अब कौन समझाये इन पागल लड़कियों को,
मुमकिन नहीं किशमिश का फिर से अंगूर हो जाना।
काला न कहो मेरे महबूब को काला न कहो मेरे महबूब को,
खुदा तो नये साल की ख़ुशी में इसके बाल काले कर रहा था स्याही का प्याला लुढ़क गया।
ये जो लड़कियों के बाल होते हैं,
लड़कों को फ़साने के जाल होते हैं।
खून चूस लेती हैं नये साल का खर्चा करवा के सारा,
तभी तो इनके होंठ लाल होते हैं।
उम्मीदों की शमा दिल में मत जलाना,
इस साल के बाद अलग दुनिया मत बसाना।
आज बस मूड में था तो मैसेज कर दिया,
पर रोज इंतज़ार में पलके मत बिछाना।
याद रख कर मेरी दोस्ती को तुमने,
मेरी जिंदगी पर एहसान कर दिया।
मेरे मोबाइल में ये आखिरी रुपया था,
नये साल पर वो भी तेरे नाम कर दिया।
अपनी सूरत का नये साल पर तो दीदार दे,
तड़प रहा हूँ अब और न इंतज़ार दे।
अपनी आवाज नहीं सुनानी तो मत सुना,
कम से कम एक मिस काल ही मार दे।
वो बेवफा होती तो यारों बात और थी,
उसकी वफ़ा से ही दिल में जखम है।
हर दूसरे दिन उसका मैसेज आ जाता है,
शोपिंग करवा दो न्य साल अ रहा है और 2023 ख़त्म है।
पहली नजर में लगा वो मेरी है,
आँखें उसकी झील सी गहरी हैं।
प्रोपोज़ कर कर के थक गए हम,
अब पता चला वो तो बहरी है।
मेरी प्रेम कहानी का भी क्या एंडिंग था,
मेरी प्रेम कहानी का भी क्या एंडिंग था।
मैंने प्रोपोज़ किया था नये साल कि बधाई के SMS के साथ,
कमबख्त वो SMS फिर से नयी साल आने तक पेंडिंग था।
एक बूँद से सागर नहीं बनता,
रोने से मुक़द्दर नहीं बनता।
पटाना है तो नये साल पर पूरा गर्ल्स हॉस्टल पटाओ,
एक लड़की पटाके कोई सिकंदर नहीं बनता।
धोखा मिला जब प्यार में हमें,
ज़िंदगी में उदासी छा गयी।
सोचा था छोड़ देंगे प्यार करना,
पर नए साल पर मोहल्ले में दूसरी आ गयी।
धड़कन दिल की रुक जाती है,
साँसें भी अक्सर थम जाती है।
बहुत बुरी हालत होती है यारो,
जब गर्लफ्रेंड को नये साल की पार्टी देने की बारी आ जाती है।
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