मेरा प्रिय त्योहार दीपावली पर निबंध कैसे लिखें – Write Essay on Deepavali Nibandh In Hindi 300 Word Class 10

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मेरा प्रिय त्योहार दीपावली पर निबंध

Table of Contents

परिचय (मेरा प्रिय त्योहार दीपावली पर निबंध)

दीपावली के उत्सव के रूप में भारत में जाना जाने वाला त्योहार है जो हर वर्ष उत्साह और धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्योहार को ‘दीपावली’ भी कहते हैं, जिसका अर्थ होता है ‘दीपों की पंक्ति’। इसे भारतीय सभ्यता और संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग माना जाता है, जो खुशियों और उत्साह का प्रतीक है। इस त्योहार को हिंदू कैलेंडर के आश्विन मास की अमावस्या को उत्तरायण काल के अंत और वृश्चिक मास की अमावस्या को आदित्य काल के शुरुआत के रूप में मनाया जाता है।

इतिहास और महत्व

दीपावली का इतिहास बहुत प्राचीन है और यह त्योहार भारतीय इतिहास, पौराणिक कथाओं और धर्मिक अध्यात्म के साथ गहरा जुड़ा हुआ है। हिंदू परंपरा के अनुसार, इस त्योहार का उत्थान भगवान राम के अयोध्या वापसी के दिन से हुआ था। राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान के वापसी पर अयोध्या नगरी ने दीपावली के शोभायात्रा के साथ जश्न मनाया था। इस दिन लोंगों ने अपने घरों के बाहर दीपक जलाकर उत्साह का प्रतीक दिखाया था।

दीपावली के उत्सव में गणेश और लक्ष्मी की पूजा की जाती है, क्योंकि वे धन, समृद्धि, सौभाग्य, समृद्धि और विद्या के देवता हैं। इस त्योहार के दिन घरों को सजाकर, रंगोली बनाकर, शुभ लक्षण चिन्हों से सजाकर, परिवार और दोस्तों के साथ मिठाईयों का आनंद उठाते हैं। इस उत्सव के दिन सभी लोग नए कपड़े पहनते हैं और खुशियों के साथ एक दूसरे को बधाई देते हैं। धार्मिक रूप से, दीपावली का यह अवसर असुरों के वध के लिए भगवान राम के आगमन का प्रतीक है, जिससे अच्छाई और सत्य की विजय का प्रतीक मिलता है।

दीवाली के आयोजन (Deepavali Nibandh In Hindi)

पटाखे और आतिशबाज़ी:

दीवाली के उत्सव में अधिकांश लोग पटाखे और आतिशबाज़ी का आनंद लेते हैं। इससे उत्साह और रंग-बिरंगी दिवाली की आत्मा बनी रहती है। ध्यान देने योग्य बात है कि पटाखों का अत्यधिक उपयोग प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण का कारण बनता है, इसलिए हमें पटाखे जलाने में संवेदनशीलता बरतनी चाहिए और प्राकृतिक रूप से उत्सव मनाना चाहिए।

दीपावली पूजा:

दीपावली के उत्सव में गणेश और लक्ष्मी की पूजा की जाती है। लोग अपने घरों में इन देवताओं की मूर्तियों को सजाकर पूजा करते हैं और उन्हें दीपों से जलाते हैं। यह पूजा धन, समृद्धि, सौभाग्य, विद्या, बुद्धि और बारकत की प्राप्ति के लिए की जाती है।

खाने का उत्सव:

दीवाली के उत्सव में खाने का विशेष उत्सव होता है। लोग विभिन्न प्रकार की मिठाईयों, नमकीनों और व्यंजनों का स्वाद लेते हैं। दीपावली के दिन घरों में भोजन-भोज का आयोजन किया जाता है, जिसमें परिवार और दोस्तों के साथ भोजन का आनंद लिया जाता है।

उत्सवी रंगों का खजाना:

दीपावली के उत्सव में रंगों का खेल भी बड़ा महत्वपूर्ण होता है। लोग एक-दूसरे के चेहरे पर रंग फेंककर खुशियों का इजहार करते हैं और एक दूसरे को गुलाल से रंगते हैं। इससे सभी को एक-दूसरे के साथ बाहरी दिखावा के बिना सच्चे रंगों में मिलने का मौका मिलता है।

दीवाली की सफाई और रंगोली

दीवारों की सजावट:

दीपावली से पहले घरों में सफाई का खास ख्याल रखा जाता है। घर की सभी दीवारों को सजाने और सजाने के लिए तैयार किया जाता है, जिससे घर नए और सुंदर नजर आता है। इससे घर में आनंद की महक फैलती है और उत्सव का एक अच्छा माहौल बनता है।

रंगोली की खूबसूरती:

दीवाली के उत्सव में रंगोली बनाना एक प्रसिद्ध परंपरा है। रंगोली बनाने के लिए विभिन्न रंगों का उपयोग किया जाता है और विभिन्न चित्र, जालियां और रचनाएँ बनाई जाती हैं। यह रंगों का खूबसूरत खजाना होता है जिससे घर की सुंदरता और चित्रण में चमक आती है। यह दर्शाता है कि धरोहर और कला की कीमत कितनी महत्वपूर्ण है।

परिवार मिलन और धार्मिक अर्थ:

दीवाली के उत्सव को एक धार्मिक रंग में भी मनाया जाता है। यह एक मौका होता है जब परिवार के सभी सदस्य एकत्र होते हैं और खुशियों के पलों का आनंद उठाते हैं। इस दिन लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं और एक-दूसरे के साथ प्यार और विश्वास की बातें साझा करते हैं। धार्मिक रूप से, दीवाली को अच्छाई की विजय और बुराई के पराजय का प्रतीक माना जाता है।

दीवाली के अन्य महत्वपूर्ण पहलू

धार्मिक महत्व:

दीवाली धर्म, संस्कृति और परंपराओं के साथ गहरा जुड़ा हुआ है। यह धर्मिक त्योहार हरियाणा, पंजाब, बिहार, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, और अन्य राज्यों में भी बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।

सांस्कृतिक महत्व:

दीवाली भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसमें रंग-बिरंगे त्योहार के रूप में विशेष रूप से ध्वजारोहण, धार्मिक पूजा, मेले, नृत्य, संगीत, और कला-संस्कृति का आनंद उठाया जाता है।

आर्थिक महत्व:

दीवाली भारत में आर्थिक दृष्टिकोन से भी महत्वपूर्ण है। इस त्योहार में व्यापारी और उद्यमियों को अधिक उत्साह से अपने व्यवसाय को बढ़ाने का मौका मिलता है। यह भी एक मौका है जब लोग अपने प्यारे एवं निकटतम लोगों को उपहार देते हैं और उनके साथ खुशियों के पलों का आनंद उठाते हैं।

दीवाली के उत्सव में पर्यावरणीय पक्ष

पटाखों के असर:

दीवाली के उत्सव में पटाखे जलाना भी एक बड़ी समस्या बन सकता है। पटाखों के धुआं और ध्वनि के कारण वायु प्रदूषण बढ़ सकता है और यह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

ध्वजारोहण का पर्यावरण पर प्रभाव:

दीवाली के उत्सव में ध्वजारोहण की परंपरा भी है, जिसमें वायुमंडल में प्लास्टिक ध्वजे भटकते रहते हैं। यह पर्यावरण के लिए हानिकारक होता है।

विशेषज्ञों के सुझाव:

दीवाली के उत्सव में पर्यावरणीय पक्ष को मद्देनजर रखते हुए पटाखों के उपयोग को कम करने और पर्व को प्राकृतिक रूप से मनाने के लिए विशेषज्ञों के सुझाव पालन करने चाहिए।

दीवाली के अन्य रूप

धार्मिक दृष्टिकोन:

दीवाली को धार्मिक रूप से भी मनाया जाता है। यह हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो आत्मा और धार्मिकता के प्रतीक है।

कला और विरासत:

दीवाली के उत्सव में कला और संस्कृति का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इस दिन लोग अपने घरों की सजावट में रंगोली और अन्य कला-संस्कृति के काम करते हैं।

खुशियों का त्योहार:

दीवाली खुशियों और उत्साह का एक महान त्योहार है जिसमें लोग अपने प्यारे एवं निकटतम लोगों के साथ समय बिताते हैं और उनके साथ खुशियों का उत्सव मनाते हैं।

दीवाली के उत्सव में सावधानियां

आत्मरक्षा:

दीवाली के उत्सव में आत्मरक्षा का ख्याल रखना बहुत महत्वपूर्ण है। पटाखे जलाने के दौरान और आतिशबाज़ी के समय भी सावधानी बरतनी चाहिए।

पटाखों के उपयोग की समझदारी:

पटाखे जलाने के समय भी समझदारी से काम लेनी चाहिए। अनावश्यक पटाखे जलाने से पर्यावरण और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

प्रदूषण नियंत्रण:

दीवाली के उत्सव में प्रदूषण नियंत्रण का ख्याल रखना बहुत महत्वपूर्ण है। पटाखों और धुवां के कारण वायु प्रदूषण बढ़ सकता है और यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

समाप्ति

दीवाली एक खुशियों और उत्साह का त्योहार है जो हर साल लोगों को एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशियों का उत्सव मनाने का अवसर देता है। यह त्योहार हिंदू धर्म, संस्कृति, और विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और सभी लोगों के बीच एकता, भाईचारा और प्रेम का संदेश देता है। हम सभी को दीवाली के इस खास मौके पर बधाई देते हैं और आप सभी के जीवन में खुशियों, समृद्धि, और सफलता का प्रकाश सदा बना रहे।

!! शुभ दीपावली !!

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